ShodhKosh: Journal of Visual and Performing ArtsISSN (Online): 2582-7472
Web Series Content and Changing Lifestyles of the Audiences of Madhya Pradesh: An Analytical Study वेब सीरीज
विषयवस्तु व
मध्य प्रदेश
के दर्शकों की
बदलती
जीवनशैली एक
विश्लेषणात्मक
अध्ययन Manoj Patel 1 1 Research Scholar, Department of Journalism and Creative Studies, Jagran Lakecity University, Bhopal, India 2 Assistant Professor, Department of Journalism and Creative Studies, Jagran Lakecity University, Bhopal, India
वर्तमान
दुनिया में, अधिकांश
लोग हमेशा
अपने
व्यक्तिगत
दबावों से
ध्यान हटाने
के साधन के
रूप में नई और
दिलचस्प
गतिविधियों
की तलाश में
रहते हैं।
प्रौद्योगिकी
के विकास के
साथ,
विशेष रूप से
जन संचार के
क्षेत्र में, लोग
खुद को टीवी
प्रोग्राम, ओटीटी
प्लेटफार्म
या वेब सीरीज
की विभिन्न शैलियों
की ओर आकर्षित
होते हुए पाते
हैं। पुरानी
पीढ़ियों के
समय की तुलना
में आज टीवी
प्रोग्राम/वेब
सीरीज की
संख्या बहुत
बड़ी है,
पहले संचार
के माध्यम के
रूप में केवल
एक रेडियो और
फिर सिनेमा था, और
इसलिए
मनोरंजन के
केवल के कुछ
ही माध्यम थे।
लेकिन आधुनिक
दुनिया में
डिजिटल
कंटेंट और उसकी
अत्यधिक
पहुँच साथ ही
नियमन की कमी
एवं बिंज
वाचिंग और
क्लिफहेंगर
जैसी
संकल्पना के बढ़ते
चलन ने इस
माध्यम को और
अधिक
प्रभावशाली बना
दिया है।
ओटीटी
प्लेटफार्म
एप्लीकेशन के
आगमन के साथ
ही, स्मार्टफ़ोन
और इन्टरनेट
के बढ़ते बाज़ार
और पहुँच से
अब यह कंटेंट
कभी भी कहीं
भी देखा जा सकता
है। जिसमें
दर्शकों
द्वारा वेब
सीरीज कंटेंट
को सबसे अधिक
पसंद किया जा
रहा है। वहीं इन
वेब सीरीज
प्रसारण में
में हिंसा, अश्लीलता
और अभद्र भाषा
की बढ़ती
मात्रा दर्शक
के मस्तिष्क
और उसके
व्यवहार को
प्रभावित कर
सकती है।
युवाओं में
आमतौर पर वही
देखने और सीखने
की प्रवृत्ति
होती है जिसे
वह बार-बार देखता
है और इस तरह
के स्पष्ट
कंटेंट के
संपर्क में
आने से दर्शक
विशेषकर युवा अधिक
हिंसक,
कामुक और
कठोर हो सकता
है। जन संचार
के माध्यम के
रूप में वेब
सीरीज वैश्वीकृत
समाज में एक
अत्यधिक
महत्वपूर्ण
स्थान ग्रहण
कर रही है।
वेब सीरीज एक
वेब सीरीज स्क्रिप्टेड
या
गैर-स्क्रिप्टेड
वीडियो की एक श्रृंखला
है, जो
आम तौर पर
एपिसोड रूप
में,
इंटरनेट पर
जारी की जाती
है और ऑनलाइन
वेब ओटीटी माध्यम
का हिस्सा है, जो
पहली बार 1990 के
दशक के अंत
में उभरा और 2000
के दशक की
शुरुआत में
अधिक प्रमुख
हो गया। Wikipedia (2022)।
ऐसे विभिन्न
ओटीटी
प्लेटफार्म
उपलब्ध हैं
जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़न
प्राइम,
हॉटस्टार, जी5, सोनी
लिव,
इत्यादि जो भारतीय
फिल्मों के
साथ-साथ
विभिन्न
भाषाओं में
बनी दुनिया
में बनी विभिन्न
वेब सीरीज को
दर्शकों को
उपलब्ध
करवाते हैं
जिसका हिंदी
में भी अनुवाद
कर उपलब्ध
कराया जाता
है। फेडरेशन
ऑफ इंडियन
चैंबर्स ऑफ
कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़
(FICCI) के अनुसार, भारतीय
मनोरंजन
उद्योग 1.82
ट्रिलियन का
उद्योग है। यह
विभिन्न
डिजिटल
क्षेत्रों के
साथ-साथ
रेडियो,
टेलीविजन और
प्रिंट
उद्योग का गठन
करता है। डिजिटलीकरण
की प्रगति के
साथ,
उपभोक्ताओं
की खपत का
पैटर्न पूरी
तरह से बदल गया
है। बढ़ी हुई
नेटवर्क
गुणवत्ता, मजबूत
इंटरनेट
कनेक्टिविटी
और सक्षम
स्मार्टफोन
के कारण
भारतीय
ग्राहकों के
ओवर-द-टॉप प्लेटफार्म
पर गिनती तेजी
से बढ़ रही है। FICCI (2020) 2.
कोविड
और डिजिटल
मीडिया दुनिया भर
में कोविड -19
महामारी के
समय ने न केवल
सार्वजनिक और
निजी
क्षेत्रों को
धीमा कर दिया
है, बल्कि
दर्शकों के
विशेष रूप से
डिजिटल-आधारित
उपभोग के
उपभोग पैटर्न
को भी बदल
दिया है । De et al. (2020)
डिजिटल-आधारित
खपत का ऐसा ही
एक महान
आविष्कार है
ओवर-द-टॉप
प्लेटफार्म जिसने
उपभोक्ता उपभोग
श्रृंखला को
संभव बनाया है
इंडियन ब्रांड
इक्विटी
फाउंडेशन (IBEF) नाम के
मीडिया और
एंटरटेनमेंट
इंडस्ट्रीज़ के
अनुसार, महामारी
के समय यानी
मार्च 2020 से
जुलाई के बीच, ओवर-द-टॉप
प्लेटफार्म
के पेड
सब्सक्राइबर
में 30: की
वृद्धि 22.2
मिलियन से 29
मिलियन तक देखी
है। यह सब
महामारी और
लॉकडाउन के
कारण है कि
दर्शकों को
कठिन समय के
दौरान अपने
घरों में वापस
बैठने के लिए
मजबूर होना
पड़ा और बदले
में उन्हें
इसे डिजिटल
प्लेटफार्म पर बिताने
के लिए अधिकतम
समय मिला ।
वही नवम्बर 2021 में
प्रकाशित अंक
में बताया गया
की भारत के
मीडिया एवं
एंटरटेनमेंट
इंडस्ट्री
में डिजिटल
मीडिया की
हिस्सेदारी 2020
में 17 प्रतिशत
थी जो 2023 में
बढ़कर 19
प्रतिशत हो
जाएगी। ‘इंडिया: ऑनलाइन
वीडियो
ट्रेंड्स एंड
ओमडिया
कंज्यूमर के
अनुसार
ओमडिया
द्वारा
प्रकाशित
रिसर्च
हाइलाइट्स की
रिपोर्ट (2021 में
प्रकाशित), ओटीटी
वीडियो
सब्सक्रिप्शन
के साथ भारतीय
SVOD बाजार 2019 में 32
मिलियन से 2020
में 62 मिलियन
तक पहुंच गया
है । जिसके
प्रमुख
कारणों में से
एक उपयोगकर्ताओं
के बीच कंटेंट
की बढ़ती मांग
शामिल है और
दूसरा
किफायती
सब्सक्रिप्शन
पैकेज उपलब्ध
होना है। IBEF (2021) 3.
ऑनलाइन
मीडिया और
उसके प्रभाव जैसे-जैसे
तकनीक विकसित
होती है और
नया माध्यम
सामने आता है, समाज
को ऐसी तकनीक
के अनुकूल
होने की जरूरत
होती है। इस
मामले में
अनुकूलन का
मतलब ओटीटी प्लेटफार्म
के विनियमन के
तरीके को
बदलना हो सकता
है Bimber (1990)।
ऑनलाइन
टेक्नोलॉजी
नियतिवाद
परिवर्तन के लिए
एक प्रमुख
चालक के रूप
में
प्रौद्योगिकी
को स्वीकार
करता है, लेकिन
अन्य कारकों
की भूमिका को
भी पहचानता है।
प्रौद्योगिकी
नियतिवाद की
तीसरी लहर है
जो 21वीं सदी
में इंटरनेट
के आने के साथ
उभरी है जिसने
जीवन की गति
को बदल दिया
है स मार्शल
मैक्लुहान ने मीडिया
ही संदेश है।
के अपने
प्रसिद्ध
सिद्धांत से
मीडिया नियतिवाद
के सिद्धांत
की स्थापना
की। इसका मतलब
यह है कि जिस
तरह से हम
जानकारी
भेजते और
प्राप्त करते
हैं,
वह सूचना से
कहीं अधिक
महत्वपूर्ण
है। वह मीडिया
को मानवीय
संवेदनाओं और
व्यक्तिगत
ऊर्जाओं का
विस्तार और
सामाजिक
वास्तविकताओं
की हमारी
धारणा को
बदलने वाली
ताकत मानते
हैं। यह
मैक्लुहान ही
थे जिन्होंने
पहली बार प्रौद्योगिकी
के बारे में
बात की थी और
कहा था कि संचार
में ‘ग्लोबल
विलेज’
बनाने की
क्षमता है McLuhan (1994). Figure 1
किसी भी
मीडिया का
प्रभाव वेब
सीरीज न केवल
उनके व्यवहार
को आक्रामक
बना सकती है
बल्कि उनकी
भाषा,
व्यवहार और
जीवन शैली में
भी बढ़ा बदलाव
कर सकती है.
वहीं किसी
भाषा का बदलना
भी किसी भी
संस्कृति के
बदलाव का सबसे
महत्वपूर्ण
हिस्सा है।
साथ ही युवाओं
में धूम्रपान, शराब
पीने की आदत
भी तेजी से बढ़
रही है। अन्य
शारीरिक
गतिविधियों
की तुलना में
मनोरंजन के स्रोत
के रूप में
वेब सीरीज का
अधिक उपयोग से
मोटापा,
मानसिक
अवसाद,
नेत्र विकार
जैसे रोग
आमतौर पर
युवाओं में
देखने को मिलते
हैं। Ahuja (2020)
ऐसे में वेब
सीरीज कंटेंट
के प्रसार और
उसके प्रभाव
को जानना
अत्यधिक
महत्वपूर्ण
हो जाता है। 4. अध्ययन
की
प्रासंगिकता (Rationale of the study) तकनीक में
बदलाव से समाज
में बदलाव आता
है। मोबाइल और
इंटरनेट की
बड़ी पहुंच के
बाद,
OTT मनोरंजन का
नया माध्यम
है। OTT
जिसके माध्यम
से सिनेमा और
वेब सीरीज
वीडियो कंटेंट
का प्रमुखता
से प्रदर्शन
किया जाता है।
आसानी से और
कम दामों में
इन्टरनेट और
मोबाइल की
उपलब्धता और 2020
में कोविड
महामारी में
हुए लॉकडाउन
ने OTT
माध्यम पर
उपलब्ध
कंटेंट
मनोरंजन का
नया पर्याय बन
गया है। ओटीटी
प्लेटफार्म
की दर्शकों की
संख्या में
वृद्धि में
लॉकडाउन की
प्रमुख
भूमिका रही
है। इसमें हम
बड़े बजट के
हिंदी या किसी
अन्य भारतीय
भाषा के
सिनेमा, वेब सीरीज
या विदेशी
सिनेमा को
सीधे अपने मोबाइल
पर कहीं भी
कभी भी और
किसी भी समय
देख सकते हैं।
इस वजह से अब
दर्शकों की
देखने की
आदतों में
बदलाव नज़र आ
रहा है। घर पर
या सिनेमा हॉल
में एक साथ
बैठकर
पारिवारिक
मनोरंजन की
अपेक्षा
दर्शक अब
ओटीटी पर एकांत
में कंटेंट को
देखना अधिक
पसंद कर रहा
है और आने
वाले समय में
भी यही
प्रवृत्ति
देखने को मिल
सकती है Exchange4Media (2020)।
जिससे उनकी
जीवन शैली और
अभिवृत्ति
में बदलाव
देखने को मिल
रहे हैं। इससे
पहले के शोध
में टेलीविज़न
और सिनेमा की
विषयवस्तु और
दर्शकों पर
उसके
प्रभावों की
बात हुयी है।
पर अब युवाओं
का इसके प्रति
विशेष मनोवेग
बनने के बाद
से ओटीटी वीडियो
प्लेटफार्म
मनोरंजन के एक
नए माध्यम के
रूप में हमारे
बीच में
स्थापित हो
गया है। अतः
इन आंकड़ों के
महत्व को
रेखांकित
करते हुए ओटीटी
प्लेटफार्म एवं वेब
सीरीज की विषयवस्तु
से दर्शकों की
जीवनशैली में
होने प्रभावों
का
विश्लेषणात्मक
अध्ययन
आवश्यक है। 5. साहित्य
समीक्षा (Literature Review) ·
Negi, Vidushi Prof. & (Dr.)
Subhash Gupta. 2022. Impact of Over-the-Top (OTT) platform
on the changing lifestyle of youth residing in Uttarakhand during Covid-19 pandemic lockdown. Negi and Gupta (2022) प्रस्तुत
अध्ययन
लॉकडाउन के
दौरान
उत्तराखंड
क्षेत्र में
रहने वाले
युवाओं की
बदलती जीवनशैली
पर ओटीटी
प्लेटफार्म के
प्रभाव को
समझने की
कोशिश कर रहा
है। यह अध्ययन
उत्तराखंड के
कुमाऊं और
गढ़वाल
क्षेत्र में
किया गया है
जिसमें 500
उत्तरदाताओं
को शामिल किया
गया है स
जिसके
निष्कर्ष इस
प्रकार हैं- 1) अध्ययन
से पता चलता
है कि ओटीटी
प्लेटफार्म पर देखा
गया कंटेंट
महिला
उत्तरदाताओं
की तुलना में
पुरुष
उत्तरदाताओं के
दिमाग को
प्रभावित
करने की
संभावना 50% कम है।
कोशिश कर रहा
है। यह अध्ययन
उत्तराखंड के
कुमाऊं और
गढ़वाल
क्षेत्र में
किया गया है जिसमें
500
उत्तरदाताओं
को शामिल किया
गया है स जिसके
निष्कर्ष इस
प्रकार हैं- 2) अध्ययन
से पताचला कि
लॉकडाउन में
ओटीटी की खपत
बढ़ गई और इसका
असर दर्शकों
की बॉडी
लैंग्वेज/हावभाव, धारणा/सोच
में बदलाव, ड्रेसिंग
सेंस,
भाषा और बात
करने के तरीके
पर पड़ा। ·
Debasis, Sombhushna, Ranjan, Binita, 2021. “IMPACT OF WEB SERIES IN OTT PLATFORM ON THE YOUTH IN
BHUBANESWAR CITY”. Rout et al. (2021) प्रस्तुत
शोध में वेब
सीरीज का
विवरण व् युवाओं
के नजरिए पर
वेब सीरीज की
विभिन्न
विशेषताओं की
छानबीन कर
उपलब्ध किया
गया है. इस
अध्ययन का
मुख्य
उद्देश्य वेब सीरीज
के प्रभाव और
युवाओं पर
उनके सामाजिक
प्रभाव का
निरीक्षण
करना है
जिसमें 100
उत्तरदाताओं
से ऑनलाइन
सर्वे के
माध्यम
जानकारी प्राप्त
की गयी है
जिसके
निष्कर्ष इस
प्रकार हैं - 1) भुवनेश्वर
के युवाओं पर
वेब सीरीज का
बहुत बड़ा
प्रभाव है। यह
युवाओं का
ध्यान आकर्षित
करता है
क्योंकि इसे
ओटीटी पर
प्रदर्शित
किया जाता है। 2) यह
देखा गया है
कि अधिकांश
युवा वेब
सीरीज अंग्रेजी
में देखते हैं
और वे रोजाना 1
घंटे से 3 घंटे
तक देखते हैं। ·
Gupta, Pramit. 2021
“The factors effecting shift of Indian customers from tv series to web
series- the future of Ott services in India”. Gupta (2021) इस शोध का
उद्देश्य यह
समझना और उन
कारणों का विश्लेषण
करना है कि
क्यों भारतीय
दर्शक
पारंपरिक टीवी
श्रृंखला से
वेब श्रृंखला
की ओर
परिवर्तित हो
रहे हैं । साथ
ही इस शोध में
वेब सीरीज को
स्वीकार करने
की दिशा में
टेलीविज़न
सीरीज के प्रतिस्थापन
के रूप में
भारत की
वास्तविक
स्थिति का भी
पता लगाया गया
है। शोध के
निष्कर्ष इस
प्रकार हैं - 1) मध्यम
आयु वर्ग और
वरिष्ठ आयु
वर्ग में टीवी
सीरीज को
प्राथमिकता
दी जाती है तो
वहीं इसके विपरीत
युवाओं में
वेब सीरीज का
खासा क्रेज है
स वेब
श्रृंखला का
बेहतर
कंटेंट
और इसकी 24X7 उपलब्धता
ने लोगों को
वेब सीरीज की
ओर स्थानांतरित
करने के लिए
प्रेरित किया
है। 2) शोध
के अनुसार वेब
सीरीज का
प्रचार मुख्य
रूप से माउथ
पब्लिसिटी
माध्यम,
YouTube विज्ञापन
या ऑनलाइन के
माध्यम से भी
होता है। ·
Gomathi, Christy, Dr.
Vijaitha. 2021. Viewer’s
perception towards ‘Ott’ platform during pandemic (with special reference to
Coimbatore city). Gomathi (2021) प्रस्तुत
शोध में
लॉकडाउन में
ओटीटी वीडियो स्ट्रीमिंग
सेवाओं की
दर्शकों की
संख्या बढ़ाने
के प्रभाव का
विश्लेषण
करने की कोशिश
की गयी है
जिससे भारत
में कंटेंट
देखने के
अनुभव के
भविष्य का
आकलन किया जा
सके यह भारतीय
लोगों का
सिनेमा हॉल के
प्रति
दृष्टिकोण को
फ्रेम करता है
एवं देखने के अनुभव
में बदलाव को
चिह्नित करते
हैं जिसके
निष्कर्ष इस
प्रकार हैं - 1) प्रस्तुत
शोध में बताया
गया है कि
इंटरनेट और मोबाइल
की पहुंच हर
दिन बढ़ रही
है। वर्तमान
अध्ययन
उपयोगकर्ताओं
के प्रोफाइल
और कंटेंट के
लिए उसकी
प्राथमिकताएं
अलग हैं। 2) ओटीटी
प्लेटफार्म
में काफी
निवेश हुआ है, पर
यह कहना
मुश्किल है कि
ओटीटी
प्लेटफार्म
पारंपरिक
टीवी सिस्टम
की जगह ले
लेंगे। 6. अध्ययन
के उद्देश्य (Research Objectives) वेब सीरीज
की विषयवस्तु
का विश्लेषण
एवं इसको
देखने की
आदतों से जीवन
शैली में होने
वाले बदलावों
एवं प्रभावों
को जानने के
उद्देश्य हेतु
प्रस्तुत शोध
का अध्ययन
किया गया है स
इस हेतु तीन
उद्देश्यों
का निर्माण
किया गया है
जो इस प्रकार
हैं - 1) ओटीटी
प्लेटफार्म
के सन्दर्भ
में दर्शकों की
प्रतिक्रियाओं
को जानना। 2) वेब
सीरीज
विषयवस्तु से
दर्शकों की
मीडिया को
देखने की
आदतों में
होने वाले
बदलावों को जानना।
3) माध्यम
के रूप में
वेब सीरीज
द्वारा
दर्शकों की
जीवन शैली (Life Style) को
प्रभावित
करने वाले
कारकों का
विश्लेषण करना। 7. शोध
प्रविधि (Research Methodology) वेब सीरीज
की विषयवस्तु
का विश्लेषण
एवं इसको
देखने की
आदतों से जीवन
शैली में होने
वाले बदलावों
को जानने के उद्देश्य
हेतु
प्रस्तुत शोध
का अध्ययन
किया गया है।
इस हेतु तीन
उद्देश्यों
का निर्माण किया
गया था।
उद्देश्यों
की पूर्ति
हेतु ओटीटी
प्लेटफार्म
पर वेब सीरीज
के विभिन्न
आयु,
व्यवसाय, लिंग
एवं क्षेत्र
के दर्शकों पर
वेब सीरीज की विषयवस्तु
से जीवन शैली
में होने बदलाव
एवं प्रभाव का
अध्ययन किया
गया। प्रस्तुत
अध्ययन में
भाग एक की
प्रति पुष्टि हेतु
2011 की जनगणना के
आधार पर मध्य
प्रदेश के सबसे
अधिक आबादी
वाले चार
जिलों का चयन
किया गया
(इंदौर,
भोपाल,
जबलपुर एवं
सागर) ।
उद्देश्यपूर्ण
नमूनाकरण (Purposive
Sampling) लागू करते
हुए चारों
जिलों से
अनुसूची तकनीक
के माध्यम से 80
दर्शकों से
डाटा एकत्रित
किया गया।
उक्त सभी
उत्तरदाताओं
में से 68
उत्तरदाताओं
की अनुसूची को
अध्ययन में
शामिल किया गया
स 12
उत्तरदाताओं
द्वारा अधुरा
डाटा प्रस्तुत
किया गया
जिसकी वजह से
उन
उत्तरदाताओं
को अध्ययन में
शामिल नहीं
किया गया है। Reliability and Validity अनुसूची
में शामिल 39
प्रश्नों की
विश्वसनीयता
और वैधता को Cronbach's
Alpha Value के
माध्यम से
जांचा गया।
Table 1
Cronbach's
Alpha Value is 0.66 which is acceptable, hence the questionnaire is reliable. 8. विश्लेषण
एवं व्याख्या (Analysis and
Interpretation) यह अध्याय
वर्तमान
अध्ययन के
विश्लेषण और
व्याख्या से
संबंधित है
जिसमें
वर्णनात्मक (Descriptive) शामिल हैं ।
वर्णनात्मक
विश्लेषण (Descriptive
Analysis) जिसमें
आवृत्ति (Frequency) के आधार पर
ओटीटी
प्लेटफार्म
एवं वेब सीरीज
विषयवस्तु के
सन्दर्भ में
दर्शकों की
प्रतिक्रिया
का विश्लेषण
किया गया है।
वहीं significance differences
से वेब सीरीज
की विषयवस्तु
के दर्शकों पर
उनकी आयु, लिंग, शिक्षा
एवं व्यवसाय
के आधार पर
जीवन शैली में
होने वाले
बदलावों की
प्रतिपुष्टि
का सांख्यिकी
विश्लेषण
कोरिलेशन (Correlation) के माध्यम
से किया गया
है। विश्लेषण
को एक्सेल
प्रारूप के
साथ कोडिंग कर
निष्पादित
किया गया है
और बाद की
गणना SPSS
सॉफ्टवेयर के
माध्यम से की
गयी है।
प्रस्तुत
अध्ययन के इस
भाग में आवृत्ति
के आधार पर
ओटीटी
प्लेटफार्म एवं
वेब सीरीज
विषयवस्तु पर
दर्शकों की
प्रतिक्रिया
का विश्लेषण
किया गया है। Table 2
Figure
2
ओटीटी
प्लेटफार्म
पर विषयवस्तु
को देखने हेतु
दर्शकों
द्वारा सबसे
अधिक प्रमुख
ओटीटी प्लेटफार्म
में से एक
अमेज़न प्राइम
वीडियो ओटीटी
प्लेटफार्म
का प्रयोग
किया जाता है
वहीं दर्शकों
की दूसरी पसंद
हॉटस्टार
ओटीटी प्लेटफार्म
है । इसके बाद
नेटफ्लिक्स
प्लेटफार्म
का उपयोग किया
जाता है। Table 3
ओटीटी
प्लेटफार्म
जो आज मनोरंजन
के सबसे बड़े माध्यमों
में से एक बन
गया है ऐसे
में प्रस्तुत
अध्ययन में भी
विषयवस्तु
देखने का सबसे
प्रमुख कारण
उत्तरदाताओं
द्वारा मनोरंजन
को माना गया
है। वहीं
इंफोटेनमेंट
ओटीटी प्लेटफार्म
देखने का
दूसरा बड़ा
कारण बना है। वहीं
बहुत कम
संख्या में
ओटीटी
प्लेटफार्म का
उपयोग
एडूटेनमेंट
या फिर सूचना
ग्रहण करने के
लिए किया जाता
है। Table 4
टेलीविज़न
और सिनेमा के
बाद ओटीटी
प्लेटफार्म
एक ऐसा माध्यम
बन गया है जो
दर्शकों को
मनोरंजन के
लिए आकर्षित
कर रहा है।
इसके आकर्षण
के विभिन्न
कारण हैं
जिसमें सबसे
प्रमुख उसकी विषयवस्तु
है जो
प्रस्तुत
अध्ययन में भी
दर्शकों की
पहली पसंद है
। वहीं उसको
देखने हेतु
समय की सुविधा
और विज्ञापन का
ना होना भी
सबसे प्रमुख
कारणों में से
एक है। Table 5
ओटीटी
प्लेटफार्म
में उपलब्ध
विषयवस्तु को देखने
के वातावरण के
लिए सबसे अधिक
एकांत वातावरण
का चयन
दर्शकों
द्वारा किया
गया है जिससे
उनके मीडिया
उपभोग की
आदतों में भी बदलाव
हो रहे हैं ।
वहीं कुछ दर्शकों
द्वारा
दोस्तों के
साथ बैठकर
विषयवस्तु
देखने की बात
भी की गयी है। Table 6
ओटीटी के
सभी
प्लेटफार्म
पर विभिन्न
शैली की विषयवस्तु
उपलब्ध रहती
है जिसमें
दर्शकों द्वारा
सबसे अधिक
एक्शन शैली की
विषयवस्तु दर्शकों
द्वारा पसंद
की गयी है ।
उसके बाद
क्राइम और
ड्रामा शैली
की विषयवस्तु
को दर्शकों द्वारा
सभी अधिक देखा
जा रहा है। Table 7
ओटीटी के
आने के साथ ही
वेब सीरीज
फॉर्मेट का भी
आगमन हुआ जो मनोरंजन
के लिए सबसे
अधिक प्रचलित
फॉर्मेट है ।
प्रस्तुत
अध्ययन में भी
दर्शकों
द्वारा वेब
सीरीज
फॉर्मेट को ही
सबसे अधिक
पसंद किया गया
है स उसके बाद
फिल्म
फॉर्मेट को
दर्शकों द्वारा
देखा जाता है। Table 8
वेबसीरीज
फॉर्मेट जो
ओटीटी
प्लेटफार्म
पर सबसे अधिक
देखा जाने
वाला फॉर्मेट
है उसको देखने
के लिए दर्शक लगभग
प्रतिदिन 2 से 3
घंटा तक ओटीटी
प्लेटफार्म
पर
व्यतीत करते
हैं। जिससे
दर्शकों का
स्क्रीन टाइम
भी काफी बढ़
गया है स कुछ
दर्शक
प्रतिदिन
लगभग 1 से 2 घंटा
प्रतिदिन इस
पर व्यतीत
करते हैं।
वहीं कुछ
दर्शकों
द्वारा ओटीटी
प्लेटफार्म
का उपयोग
सिर्फ आधे
घंटे किया जा
रहा है। Table 9
लगातार
सस्ती होती
तकनीक और स्मार्ट
मोबाइल के
बढ़ते चलन ने
वेब सीरीज विषयवस्तु
की पहुँच को
दर्शकों के
लिए और आसन
बना दिया है।
प्रस्तुत
अध्ययन में भी
दर्शकों ने ओटीटी
विषयवस्तु
देखने के लिए
सबसे अधिक उपयोग
किये जाने
वाला उपकरण
मोबाइल को ही
माना है। उसके
बाद लैपटॉप और
डेस्कटॉप को
वेब सीरीज
विषयवस्तु को
देखने हेतु
सबसे
अधिक उपयोग
किया जाता है। Table 10
हर
व्यक्ति के
पास कम से कम
एक स्मार्ट मोबाइल
फ़ोन की
उपलब्धता है
जिसकी वजह से
इस इ-उपकरण को
उपयोग करने की
सबसे बड़ी वजह
उसकी उपलब्धता
को माना गया
है। साथ ही
यूजर
फ्रेंडली होने
के कारण इसको
उपयोग करने की
दूसरी सबसे बड़ी
वजह इसका
सुविधाजनक
होना है। Table 11
ओटीटी
प्लेटफार्म
पर विषयवस्तु
देखने के लिए
सबसे उपयुक्त
समय दर्शकों
द्वारा रात का
समय चुना गया
है। जिससे रात
में नींद पूरी
ना होने और
फिर कार्य
क्षमता में
कमी आने की भी
संभावनाएं
रहती हैं। कुछ
दर्शक ओटीटी
विषयवस्तु
दोपहर में भी
देखना पसंद
करते हैं। Table 12
ओटीटी
विषयवस्तु को
देखने के लिए
चुने गए रात के
समय का कारण
दर्शकों
द्वारा समय की
उपलब्धता को
बताया गया है।
जबकि कुछ
दर्शक मन के
अनुरूप भी
विषयवस्तु
रात को देखना
पसंद करते हैं
वहीं रात में
ओटीटी
विषयवस्तु
देखना दर्शकों
के लिए
सुविधाजनक भी होता
है। Table 13
किसी भी
कहानी के लिए
सबसे अधिक
आवश्यक उसकी स्टोरी
होती है।
स्टोरी के
आधार पर ही
कहानी के पात्र, डायलॉग
और थीम का
निर्णय होता
है। दर्शकों
को भी वेब
सीरीज
विषयवस्तु
में सबसे अधिक
आकर्षित उसकी
स्टोरी करती
है। वहीं वेब
सीरीज विषयवस्तु
के पात्र और
उसकी थीम
दर्शकों की
दूसरी पसंद
है। Table 14
वेब
सीरीज की
पहुँच और उसकी
लोकप्रियता
लगातार बढ़ती
जा रही है ऐसे
में उसके
प्रचार की भी
आवश्यकता
काफी कम है ।
दर्शकों
द्वारा भी
स्वयं के
अनुभव से ही
वेब सीरीज
देखने की बात
मानी गयी है ।
वहीं
विज्ञापन को देखने
या दोस्तों की
सलाह से भी
कुछ दर्शक इसको
देखने के लिए
आकर्षित होते
हैं। Table 15
बिंज
वाचिंग के
लगातार बढ़ते
चलन ने भी
दर्शकों को
इसका आदि बना
दिया है।
जिससे उनके
ऊपर मानसिक और
व्यवहारपरक
प्रभाव देखने
को मिल सकते
हैं।
प्रस्तुत
अध्ययन में भी
आधे से अधिक
दर्शकों ने
बिंज वाचिंग
का अदि होने
की बात को मन
है वहीं कुछ
दर्शक कभी-कभी
बिंज वाचिंग
करते हैं। Table 16
जिस
प्रकार
टेलीविज़न में
एक धारावाहिक
के प्रसारण का
प्रतिदिन एक
तय समय होता
है यह पाबन्दी
वेब सीरीज
फॉर्मेट नहीं
रहती है। इस
फॉर्मेट में
सभी एपिसोड एक
साथ दर्शकों
के लिए उपलब्ध
कर दिए जाते
हैं। यही
अधिकतर
दर्शकों के अनुसार
बिंज वाचिंग
का सबसे बड़ा
कारण है वेब
सीरीज के सभी
एपिसोड् का एक
साथ उपलब्ध
होना। वहीं
क्लिफहेंगर
संकल्पना
जिसमें हर
एपिसोड् का
नाटकीय या
रोमांचक अंत
किया जाता है
जिसके कारण
दर्शक एक ही
बैठक में जल्द
से जल्द एक
वेब सीरीज को
पूरा देखने की
होड़ ने भी
बिंज वाचिंग
को बढ़ावा दिया
है। जिससे
उसके मानसिक
और व्यवहारिक
प्रभाव भी
दर्शकों पर
देखने को
मिलते हैं। Table 17 9. निष्कर्ष 1) निष्कर्ष
से यह स्पष्ट
होता है कि
युवा आयु वर्ग
ओटीटी
प्लेटफार्म
को मनोरंजन के
नए माध्यम के
रूप में
स्वीकार कर
रहा है।
परन्तु वेब सीरीज
जैसी
विषयवस्तु को
एक बार में
पूरा देखने
(बिंज वाचिंग)
के कारण रात
में देर तक जागकर
एकांत में
विषयवस्तु
देखने से
दर्शकों की, विशेषकर
युवाओं की
जीवन शैली और
व्यवहार में बड़े
बदलाव देखने
को मिल रहे
हैं जैसे उनकी
नींद एवं
कार्य क्षमता
में कमी होना, कामुक
व्यवहार में
वृधि होना
इत्यादि
शामिल हैं। 2) ओटीटी
प्लेटफार्म
और उसकी
विषयवस्तु की
प्रतिक्रिया
पर दर्शकों ने
अमेज़न ओटीटी
प्लेटफार्म
को सबसे अधिक
पसंद किया एवं
वेब सीरीज फॉर्मेट
को सबसे अधिक
देखने की बात
को स्वीकारा।
समय की बात
करें तो
अधिकतर दर्शक
लगभग 2-3 घंटा प्रतिदिन
ओटीटी देखने
में व्यतीत
करते हैं तो
वहीं इसको
देखने का समय
रात का होता
है और ओटीटी
में प्रस्तुत
विषयवस्तु को
वह परिवार या
दोस्तों बजाय
एकांत में
देखना पसंद
करते हैं। 3) ओटीटी
विषयवस्तु
देखने के लिए
मोबाइल उपकरण का
उपयोग सबसे
अधिक दर्शकों
द्वारा किया
जाता है जो
दर्शकों के
लिए काफी
सुविधाजनक भी
होता है। वेब
सीरीज
विषयवस्तु
में सबसे अधिक
स्टोरी और
पात्र के आधार
पर उसको पसंद
किया जाता है
तो वहीं
विज्ञापन
उसकी पहुँच का
सबसे बड़ा कारण
है । साथ ही
ओटीटी
प्लेटफार्म
पर वेब सीरीज
के सभी एपिसोड
एक साथ उपलब्ध
होने के कारण
बिंज वाचिंग
की प्रवृत्ति
तेजी से
दर्शकों में
बढ़ रही है। 4) वेब
सीरीज
विषयवस्तु
में कामुक
कंटेंट,
कलुषित भाषा
शैली और
स्मोकिंग/अल्कोहल
के सेवन के
दृश्यों का
दृश्यांकन
वेब सीरीज के
मुख्य कलाकार
के ऊपर ही
दृश्यांकित
किया गया है जिससे
उसको आत्मसात
करने की आशंका
और अधिक बढ़ जाती
है।
समलैंगिकता
और विवाह
पूर्व
संबंधों का
सामान्यीकरण
करने की बात
को दर्शकों ने
स्वीकार
किया। वेब सीरीज
विषयवस्तु के
कारण खान-पान
में बदलाव और
उनके पहनावे
में बदलाव व्
प्रभाव की बात
को दर्शकों ने
अस्वीकार
किया। परन्तु
वेब सीरीज विषयवस्तु
के कारण कामुक
व्यवहार में
वृधि और
रिश्तों में
तनाव जैसे
प्रभाव को
कहीं ना कहीं
सही साबित
किया है जो
मीडिया के
व्यापक प्रभाव
में से एक है। 5) ओटीटी
प्लेटफार्म
के इन्टरनेट
से सीधे मोबाइल
पर उपलब्ध
होने से
दर्शकों के
कंटेंट देखने
की प्रवर्ती
में भी बदलाव
आ रहा है स
पहले जहाँ घर
पर एक टीवी
हुआ करता था
जिसमें पूरा
परिवार बैठकर
कंटेंट देखते
थे वहीं अब घर
के हर सदस्यों
के पास एक-एक
मोबाइल है
जिसे वह एकांत
में देखना
पसंद कर रहा है
स जिससे उनके
बीच संवाद तो
कम हुआ ही
परन्तु उनके
व्यवहार में
भी बदलाव
देखने को मिल
रहे हैं
जिसमें
चिड़चिड़ापन व
मानसिक रूप से
परेशान होना
शामिल है। 10. अध्ययन
की सीमाएं (Limitations Of the
study) इस
अध्ययन में दो
ओटीटी
प्लेटफार्म
के वेब सीरीज
वर्ग का
विश्लेषण
किया गया है।
जिससे अन्य
ओटीटी
प्लेटफार्म
की विषयवस्तु
के प्रभाव इस
अध्ययन में
शामिल नहीं हो
पायेंगे।
अन्य शैली
जैसे कॉमेडी, एक्शन,
हॉरर
इत्यादि को इस
अध्ययन में
शामिल नहीं किया
गया है ओटीटी
प्लेटफार्म
के प्रति
दर्शकों
प्रभाव के
अध्ययन हेतु
राज्य के
सिर्फ चार जिलों
को सैंपलिंग
के रूप में
शामिल किया
गया है स
हालांकि
शीर्षक में
राज्य को कवर
किया गया है
स्थान की आसान
पहचान के लिए अनुसंधान
केवल मध्य
प्रदेश के चार
जिलों तक सीमित
है। ऐसे में
परिणाम मध्य
प्रदेश के
अन्य हिस्सों या
भारत के सभी
दर्शकों के
विचारों को
प्रतिबिंबित
नहीं कर
सकेंगे।
CONFLICT OF INTERESTSNone. ACKNOWLEDGMENTSNone. REFERENCESAhuja, R., (2020). A Study of Effects of Web Series and Streaming. International Journal of Creative Research Thoughts, 8(9). Bimber, B., (1990). Karl Marx and the Three Faces of Technological Determinism. Social Studies of Science, 20(2), 333- 351. http://www.jstor.org/stable/285094. De', R., Pandey, N., & Pal, A. (2020). Impact of Digital Surge During Covid-19 Pandemic : A Viewpoint on Research and Practice. International Journal of Information Management, 55. https://doi.org/10.1016/j.ijinfomgt.2020.102171. Exchange4Media (2020). [Online]. [Accessed 10 Feb 2021]. FICCI (2020). Ficci Frames 2020 : How Ott Transformed into a Mainstream Media Platform from a Niche Platform, Delhi : Financial Express. Gomathi, V. C. (2021). Viewer’S Perception Towards ‘OTT’ Platform During Pandemic (With Reference To Coimbatore City). International Journal of Creative Research Thoughts (IJCRT), 9(8), 593-603. Gupta, P. (2021). The Factors Effecting Shift of Indian Customers from Tv Series to Web Series- The Future of Ott Services in India. EPRA International Journal of Multidisciplinary Research (IJMR), 7(2). https://ssrn.com/abstract=4146870. IBEF (2021). Media And Entertainment, India : Sutherland Global Services Private Limited. LawInsider (2018). [Online]. [Accessed 18 Jan 2022]. Madnani, D., Fernandes, S., and Madnani, N. (2020). Analysing the Impact of COVID-19 on Over-The-Top Media Platforms in India. International Journal of Pervasive Computing and Communications, 16(5), 457-475. https://doi.org/10.1108/IJPCC-07-2020-0083 McLuhan, M. (1994). Understanding Media : The Extensions of Man. London : The MIT Press. Negi, V., and Gupta, S. G (2022). Impact of Over-the-Top (OTT) Platform on the Changing Lifestyle of Youth Residing in Uttarakhand During Covid-19 Pandemic Lockdown. Journal of Positive School Psychology, 6(4). Rout, D., Mishra, S. J., Kantha, R., and Majhi, B. (2021). Impact of Web Series in Ott Platform on the Youth on Bhubaneswar City, 6(11), 8-13. Sequence and Scene Definition (n.d.). Wikipedia (2022, june 29). In Wikipedia.
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